हिंदू धर्म में बप्पा को प्रथम पूजनीय देवता माना जाता है। इन्हें विघ्नहर्ता के नाम से भी
पुकारा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बप्पा के खुश रहने पर व्यक्ति के ऊपर आई
सारी परेशानियां हमेशा के लिए खत्म हो जाती है। इस बार गणेश चतुर्थी महोत्सव भारत में
31 अगस्त को मनाया जा रहा है। मान्यता है, कि इसी दिन भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ
था। हिंदू पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की
चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। इस बार यदि आप बप्पा को घर लाने की सोच रहे हैं, तो
आपको गणेश चतुर्थी की तिथि, पूजा विधि, समय, शुभ मुहूर्त कथा और मंत्र जरूर जान लेना
चाहिए।
Ganesh Chaturthi Puja Mantra
गणेश मनोकामना पूर्ति मंत्र
ॐ गं गणपतये नमः
ग्रह दोष निवारण गणेश मंत्र
गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक:।।
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम।।
बिगड़े कार्यों को सफल बनाने का मंत्र
त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय।
नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम्।
गणेश जी को प्रसन्न करने का मंत्र
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
गणेश गायत्री मंत्र
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात्।
गणपति षडाक्षर मंत्र: आर्थिक तरक्की के लिए
ओम वक्रतुंडाय हुम्
सुख समृद्धि के लिए गणेश मंत्र
ऊं हस्ति पिशाचिनी लिखे स्वाहा
गणेश पूजन सामग्री लिस्ट
- श्री गणेश जी के पूजन के लिए गणपति प्रतिमा या गणेश प्रतिमा
- लकड़ी की चौकी
- चौकी पर बिछाने के लिए लाल कपड़ा
- भोग के लिए पंचामृत
- लाल चंदन
- रोली
- कलश
- गंगा जल
- जनेऊ
- चाँदी का वर्क माला
- पांच प्रकार का फल
- मोदक या लड्डू
- गुड
- नारियल
- खड़ा धन
- दूब/दूर्वा
- इत्र
- लौंग
- सुपारी
- इलायची
- हरे मूंग
- पंचमेवा
- घी का दीपक
- धूप अगरबत्ती
- कपूर